Thursday, June 17, 2010

देशद्रोही कांग्रेस !


बड़ी दुःख की बात है कि २५ वर्षो से न्याय की प्रतीक्षा मे बैठे भोपाल गैस पीडितो को छला गया है, न्याय के नामपर उनके जख्म पर नमक छिड़का जा रहा है | जिस समय विश्व की यह भीषण दुर्घटना हुई जिससे मानव चीखो सेधरती कांप गयी थी | उस समय कांग्रेस जो मध्य प्रदेश राज्य व केंद्र दोनों ही जगह शासन कर रही थी , उसने उनमानव चीखो को अनसुना करके अपने हितो पर ध्यान दिया | इस जघन्य अपराध के अपराधी वारेन एंडरसन कोदेश से बाहर भागने में मदद की |अब सब चीजों का खुलासा हुआ तो देश की जनता को मूर्ख बनाने के लिए कोईबलि का बकरा ढूंढ़ रही है|आज जब सरकार को लोगों का सहारा बनना चाहिए ,तब कांग्रेस अपने अक्षम्य अपराधको छुपाने के लिए किसी को बलि का बकरा बनना चाहती है कांग्रेस का असली चेहरा लोगो के सामने आ गया हैकभी कावात्रोची , कभी अफज़ल और अब एंडरसन | कांग्रेस यह बताय की वो देश के साथ है या देशद्रोहियों केसाथ .एंडरसन के मामले में बलि का बकरा खोजने के पीछे का कारण केवल राजीव गाँधी और १० जनपथ कोबचाना है .दबाव में अर्जुन सिंह को कहना पड़ रहा है की एंडरसन की जमानत कराना उनका निजी फैसला थासी.बी.आई के तत्कालीन अधिकारी बी.बी.लाल कहते हैं "एंडरसन को बचाने का लिखित आदेश उनको प्राप्त हुआथा |अर्जुन सिंह राजीव गाँधी के खासमखास थे |राजीव गाँधी के प्रमुख सचिव रहे पी.सी। एलेक्जेंदर भी स्पस्टसंकेत देते हैं की एंडरसन को बचाने का फैसला राजीव गाँधी का था |
इन सब अपराधों से निकले प्रश्न जिनका जबाब कांग्रेस को देना ही होगा !
यूनियन कार्बाइड से अरब डालर का मुआवजा माँगा गया और बाद में कांग्रेस ने मात्र ३० करोड़ में समझोता क्योंकर लिया? मानवता के दोषी एंडरसन को गिरफ्त में होने के बाद भी क्यों अमरीका भगाया गया? दलाल सरगना कावात्रोची को बचाने के लिए १० जनपथ ने दिन-रात एक क्यों कर दिया? सर्वोच्च न्यायालय से फांसी के सजा पाने के बाद भी अफज़ल को चार साल से क्यों बचाया जा रहा है? क्या कांग्रेस के पास है कोई जवाब?
अमित खरखडी , |

Monday, June 7, 2010

अर्थी ऊठ गयी न्याय की

भोपाल में २५ वर्ष पहले विश्व की सबसे बड़ी औधोगिक त्रासदी हुई । भोपाल गैस काण्ड के आरोपी तत्कालीन अद्दयक्ष केशव महेंद्र सहित सात लोगों को दो वर्ष के कारावास की सजा सुने गयी । क्या हजारों लोगों की हत्या का दंड केवल दो साल का कारावास ।जो लोग मृत्यु दंड पाने के लायक थे उन्हें केवल दो वर्ष का कारावास ये कैसा क्रूर मजाक है उन लोगों के साथ जिनके न केवल परिवार के लोग मरे गए बल्कि उनकी आने वाली पीढियां भी इस श्राप को भुगत रही हैं। वहीँ दूसरी तरफ दोषी कंपनी के प्रमुख अभियुक्त जो २५ वर्षो से फरार है को सीबीआई और सर्कार आज तक पकड़ नहीं पाई है।यह कैसा घिनोना मजाक है पीड़ित परिवारों के साथ । ये बिलकुल उनके ज़ख्मो को कुरेदकर फिर से हरा करने जैसा है ।क्या न्यायपालिका और सर्कार केवल पीडितो का मजाक उडाने के लिए है।
क्या दोनों ही संस्था अमीरों की जेब में हैं । क्या कानून मंत्री वीरप्पा मोइली का अफ़सोस करना ही पर्याप्त है ।
इतना करके सर्कार अपनी नैतिक जिम्मेवारी से मुह मोड़ सकती है।में आज आम आदमी होने के नाते सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछना चाहता हूँ कहाँ है कांग्रेस का हाथ गरीबो के साथ ।उनका एक हाथ तो गरीबो के गले पर है और दूसरा गरीबो की लाशो से कमाय गए नोटों से अपनी जेब भरने में लगा है .अपनों का दर्द क्या होता है ये वो विदेशी सोनिया नहीं जान सकती क्योंकि किसी का दर्द जानने के लिए पहले किसी से दिल से जुड़ना पड़ता है पर उनका दिल तो इटली में हैं। क्या देश के लोगों को अब भी इनका असली चेहरा नहीं दीखता।

Saturday, June 5, 2010

आप सभी ब्लोग्गेर्स को मेरा नमस्कार,
जब ब्लॉग लिखने के लिए सोचा तो सबसे पहले धयान आया की ब्लॉग का नाम क्या हो। सभी तरह से सोचा तो लगा की नाम तो विचारो के अनुरूप होना चाहिए । मेरे लिए राष्ट्र पहले है तो विचार मन मैं आया की ब्लॉग का नाम राष्ट्रोदय होना चाहिए। राष्ट्रोदय से मेरा सोचना है की राष्ट्र को अपनी संस्कृति और आत्मा के अनुरूप परम वैभव पर ले जाना। इसके लिए आप सभी राष्ट्र भगतो के सहयोग से यह प्रयास चलता रहेगा .आशा है आपसे सहयोग और प्रेम सदेव मिलता रहेगा.
आपका
अमित खरखडी

Thursday, May 20, 2010

सभी ब्लोग्गर्स को मेरा प्रणाम !

सभी ब्लोग्गर्स को मेरा प्रणाम !

एक युवा मन आप सभी के साथ अपने विचारों का आदान प्रदान करने का इच्छुक है, इसी आशा के साथ की आप सभी का भरपूर सहयोग मिलेगा !

अमित खरखडी